देवप्रयाग में अतिक्रमण की समस्या को लेकर एक स्थानीय युवक ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत

देवप्रयाग प्रयाग निवासी अंकित ध्यानी ने देवप्रयाग बाजार में अतिक्रमण के कारण स्थानीय निवासियों को होने वाली परेशानी और अव्यवस्था को लेकर पालिका में शिकायत की थी। लेकिन उस शिकायत पर पालिका प्रशासन की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई।

नगर पालिका देवप्रयाग में अतिक्रमण की समस्या को लेकर एक स्थानीय युवक ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर दी। बदले में पालिका ने अतिक्रमण की समस्या का समाधान तो किया नहीं उल्टा शिकायतकर्ता के पिता को ही सजा दे दी। पालिका ने युवक के पिता को पालिका में ठेकेदारी का पंजीकरण और एक टेंडर ही निरस्त कर दिया।

जिससे बाद अंकित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इस मामले की शिकायत कर दी। शिकायत होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से जब इस संबंध में पालिका प्रशासन को पूछा गया तो पालिका प्रशासन ने बजाय अतिक्रमण हटाने के शिकायतकर्ता के पिता पर ही कार्यवाही कर दी।

पालिका ने अंकित के पिता सुशील ध्यानी का पालिका में पंजीकृत लाइसेंस की निरस्त कर दिया। वहीं अंकित के पिता सुशील ध्यानी को कुछ समय पहले एक निर्माण कार्य का टेंडर भी मिला था उसे भी पालिका प्रशासन ने निरस्त कर दिया। जिसके बाद अंकित और उनके पिता दोनों ही पालिका प्रशासन के इस व्यवस्था से बेहद निराश हैं।

पालिका प्रशासन ने लाइसेंस और टेंडर निरस्त कर दिया

अंकित के पिता सुशील ध्यानी ने बताया कि नगर पालिका प्रशासन समस्याओं को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा है। जिस कारण क्षेत्र में परेशानी है। मेरे बेटे ने सही समस्या को लेकर शिकायत की थी । जिससे बदले की भावना से पालिका प्रशासन ने मेरा लाइसेंस और टेंडर निरस्त कर दिया।

इस संबंध में पालिका के अधिशासी अधिकारी रघुवीर राय ने बताया कि संबंधित ठेकेदार और उनके पुत्र ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। राष्ट्रीय राजमार्ग पर अतिक्रमण के मामले में पालिका कोई कार्यवाही नहीं कर सकती है। ठेकेदार के पुत्र की तरफ से उच्च स्तर पर शिकायत की जा रही थी। जिसके बाद ठेकेदार पर कार्यवाही की गई है। अगर ठेकेदार माफी मांग ले तो उस पर कार्यवाही नहीं की जायेगी।

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