दून को हरा भरा साफ सुथरा बनाने रखने में जन सहयोग जरूरी है।सार्वजनिक सेवाओं में सुधार के लिए नागरिकों के सकारात्मक सुझावों को शामिल करके अपेक्षित परिणाम धरातल पर दिखाई दे सकेंगे। दून के पर्यावरण को बचाने की हर कोशिश स्वागत योग्य होगी। कुछ ऐसे ही विचार जिलाधिकारी की मौजूदगी में हुए पारस्परिक संवाद मैं सामने आए।जिसमें दून की 21 से अधिक सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।पारस्परिक संवाद की पहल संयुक्त नागरिक संगठन के आग्रह पर कैंप कार्यालय में संपन्न हुई। यहां पर्यावरण संरक्षण में जुटे मैड के युवाओं ने बुके भेंट कर जिलाधिकारी का अभिनन्दन किया। समाजसेवियों ने जिलाधिकारी द्वारा जनहित में उठाए गए कदमों पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आशा प्रगट की की सभी विभागों के साथ समन्वय बनाने में नागरिकों का भी सहयोग शामिल किया जाएगा।
संवाद में वेस्ट मैनेजमेंट की समस्याओं,सड़कों पर जाम,अतिक्रमण, पार्किंग की दिक्कतो,फ्लाईओवर के नीचे असामाजिक सामाजिक तत्वों का जमावड़ा,नशाखोरी पर लगाम,ध्वनि वायु जल प्रदूषण से नागरिकों की परेशानियां, रिस्पना बिंदाल की सफाई,किन्नर समाज द्वारा आम नागरिकों के उत्पीड़न को रोकने आदि जनसमस्याओं से जिलाधिकारी को रूबरू कराया गया।शहर की सड़कों पर वाहनों के दवाब का एकमात्र समाधान नोएडा दिल्ली की भांति शहर में चारों ओर सड़कों के ऊपर एलिवेटेड रोड का निर्माण सुझाया गया।संवाद के अंत में नागरिकों ने जिलाधिकारी को जनहित में उठाए गए कदमों में सहयोग देने का आश्वासन दिया। अंत में जिलाधिकारी ने सभी समाजसेवियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचने में सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी हमेशा स्वागत योग्य रहेगा। संवाद में लेफ्टिनेंट कर्नल बीएम थापा,ब्रिगेडियर केजी बहल,गिरीश चंद्र भट्ट,चंदन सिंह नेगी, मैती आंदोलन के पद्यश्री कल्याण सिंह रावत,प्रकाश नागिया,अवधेश शर्मा,शक्ति प्रसाद डिमरी,जगदीश चंद्र आर्य, चौधरी ओमवीर सिंह, पीसी खंतवाल,सुशील सैनी, चंदन सिंह नेगी, प्रिंस कपूर, आरती बिष्ट,आर्यन कोहली,आशीष वर्मा, देवेंद्र पाल मोंटी, नवीन सडाना,सुनील बग्गा, ठाकुर शेर सिंह,कर्नल विक्रम सिंह थापा, जगमोहन मेहंदीरत्ता सहित जिला समाज कल्याण अधिकारी पूनम चमोली, संदीप सिंह नेगी आदि भी संवाद मैं शामिल थे।संचालन सुशील त्यागी ने किया।