राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने 12 जुलाई 2024 को राष्ट्र सेवा के 43वें वर्ष में प्रवेश किया है. इस विशेष अवसर पर श्री विनोद कुमार बिष्ट, मुख्य महाप्रबंधक की अध्यक्षता में दिनांक 18 जुलाई 2024 को आईटी पार्क, सहस्त्रधारा रोड स्थित नाबार्ड, उत्तराखण्ड क्षेत्रीय कार्यालय में नाबार्ड का 43वां स्थापना दिवस समारोह हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया | कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गणेश जोशी जी, कैबिनेट मंत्री, कृषि, उद्यान, ग्रामीण विकास एवं सैनिक कल्याण विभाग, उत्तराखण्ड सरकार ने सहभागिता की. कार्यक्रम की शुरुआत माननीय मंत्री जी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके पश्चात सभी ने नाबार्ड की यात्रा पर प्रदर्शनी का चित्रात्मक अवलोकन किया। अतिथियों द्वारा प्रदर्शनी की सराहना भी की गई। विनोद कुमार बिष्ट, मुख्य महाप्रबंधक द्वारा अपने स्वागत भाषण में नाबार्ड की महत्वपूर्ण उपलब्धियां और चार दशकों के दौरान देश के कृषि और ग्रामीण विकास के लिए समर्पित नाबार्ड के योगदान और उत्तराखण्ड राज्य में नाबार्ड द्वारा क्रियान्वित विभिन्न पहलों तथा परियोजनाओं से सभी को अवगत कराया |
गणेश जोशी, कृषि मंत्री ने उत्तराखंड तथा ग्रामीण भारत के संवर्धन में समर्पित नाबार्ड के क्रियाकलापों के विषय में बताया तथा कृषि और ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान हेतु नाबार्ड का आभार व्यक्त किया। मंत्री जी ने नाबार्ड के सहयोग से मिलैट्स के उत्पादन और जैविक खेती के संवर्धन पर जोर दिया और कृषि एवं बागबानी के क्षेत्र में उपलब्ध अपार संभावनाओं को देखते हुए किसानों की आय दोगुनी करने के लिए निरंतर प्रयास करने हेतु निर्देशित किया। कार्यक्रम के दौरान चलचित्र के माध्यम से राष्ट्र सेवा को समर्पित नाबार्ड के 42 वर्षों की गौरवमय यात्रा दिखाई गई और उत्तराखण्ड के परिप्रेक्ष्य में नाबार्ड के योगदान पर एक संक्षिप्त प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के अंत में नाबार्ड के महाप्रबंधक पंकज यादव ने कार्यक्रम के दौरान उठाए गए विभिन्न कार्यबिन्दुओं पर नाबार्ड की ओर से उचित प्रयास करने का आश्वाशन दिया तथा इसके साथ उन्होंने मुख्य अतिथि, उपस्थित सभी हितधारकों तथा सभी स्टाफ सदस्यों को आयोजन का सफल बनाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। इस समारोह में डॉ. सुरेन्द्र नारायण पाण्डेय, सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग, अरविंद कुमार, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिज़र्व बैंक, डॉ. मनमोहन सिंह चौहान, कुलपति, गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, निदेशक कृषि, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग, महाप्रबंधक, पंजाब नैशनल बैंक, उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक, प्रबंध निदेशक, उत्तराखण्ड राज्य सहकारी बैंक, सहायक महाप्रबंधक, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, सहायक महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, प्रेमचंद शर्मा, प्रगतिशील कृषक, एनजीओ, एफपीओ के प्रतिनिधि एवं नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी आदि मौजूद रहे।