स्नातक ऑनर्स डिग्री तीन की जगह अब चार साल पढ़ाई के बाद मिलेगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इसका ऐलान कर दिया है । राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार चार वर्षीय स्नातक प्रोगाम के लिए पाठ्यक्रम और क्रेडिट फ्रेमवर्क तैयार किया गया है। नई व्यवस्था से छात्रों को विदेशी संस्थानों में दाखिले और बाहर जाकर रोजगार के लिए ज्यादा सुविधा होगी। अगर कोई छात्र तीन साल से पहले पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे बाहर निकलने के तीन साल के भीतर फिर से शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
साथ ही, छात्र को सात साल की निर्धारित अवधि के भीतर अपनी डिग्री पूरी करनी होगी। पहले तीन सेमेस्टर सभी छात्रों को कॉमन और इंट्रोडक्टरी कोर्स की अनिवार्य पढ़ाई करनी होगी। इसमें साइंस, थियेटर, डांस, आर्ट, म्यूजिक, साहित्य आदि विषयों को शामिल किया गया है। कॉमन के 24 क्रेडिट तो इंट्रोडक्टरी के 18 क्रेडिट होंगे।