उत्साह के उत्सव और भाई-बहन के स्नेह के प्रतीक पर्व रक्षाबंधन पर देशभर से आईं बहनों ने ठा. बांकेबिहारी को राखी बांधी। बहनों ने आराध्य बांकेबिहारी को राखी अर्पित कर अपने और परिवार की रक्षा और सुख-समृद्धि का वरदान मांगा।
इससे पहले भेजी गईं करीब दस हजार से अधिक राखियां मंदिर सेवाधिकारी ने ठाकुरजी के चरणों में अर्पित कीं और राखियों संग आए कुछ बहनों के संदेश आराध्य को पढ़कर सुनाए।
रक्षाबंधन पर सोमवार को ठा. बांके बिहारी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ दर्शन के लिए पहुंची थी। महिलाओं और युवतियों के हाथों में मिठाई व पुष्प के साथ राखियां भी थीं। दिल्ली के करोलबाग निवासी कामिनी गुप्ता, रजनी अग्निहोत्री, गाजियाबाद की रजनी तिवारी आराध्य को राखी अर्पित करने मंदिर पहुंचीं। मंदिर में सेवायत के कहने पर रेलिंग में राखी बांधी। रक्षाबंधन पर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़।
बहनों के पत्र ठाकुर जी को सुनाए
डाक से बहनों ने पूर्व में ठाकुर बांकेबिहारी को राखी और अपने पत्र भी भेजे थे। मंदिर कार्यालय में पोस्ट व कूरियर की मदद से करीब दस हजार से अधिक राखियां आईं। सोमवार सुबह मंदिर के पट खुलने से पहले प्रबंधन ने ये राखियां मंदिर सेवाधिकारी को सौंप दी। सेवाधिकारी ने सभी बहनों की भेजी राखियों को आराध्य के चरणों में अर्पित कर कुछ संदेश पढ़े।
राखी भेजने वाली बहनों को भेजा जाए रिटर्न गिफ्ट
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रक्षाबंधन पर रविवार को मंदिर सेवायतों द्वारा आयोजित सेवायत श्रावणी सत्संग में सेवायतों ने बांकेबिहारी के लिए राखी भेजने वाली बहनों को उपहार भेजने की मांग मंदिर प्रबंधन से की। मंदिर परिसर में आयोजित बैठक में आचार्य प्रह्लादवल्लभ गोस्वामी ने कहा मंदिर कार्यालय के अलावा सेवायतों के पास भी राखी सामग्री बहनों द्वारा भेजी जाती हैं।
मंदिर कार्यालय में आने वाली राखियों में सोने, चांदी, रेशम व नोट की राखी आती है। इन बहनों को उपहार के रूप में ठाकुरजी का प्रसाद अथवा पत्र व वाट्सएप के जरिए उन्हें जवाब मिलना चाहिए। ताकि उन्हें इस बात की भी संतुष्ट हो सके कि उनकी राखी ठाकुरजी तक पहुंच गई। आचार्य नरेंद्रकिशोर गोस्वामी, आनंद किशोर गोस्वामी, आशीष गोस्वामी, विप्रांश वल्लभ गोस्वामी, नीरज गौतम, रामलला मिश्र, प्राणकृष्ण शर्मा समेत अनेक लोग मौजूद रहे।