कुमाऊं क्षेत्र की बात करें तो यहां ईपीएफ-95 योजना के तहत 25 हजार से ज्यादा सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन दी जाती है। हर महीने लगभग 3.75 करोड़ रुपये पेंशनरों को दिए जाते हैं। दरअसल, ईपीएफओ पेंशनरों से जीवित होने के प्रमाण के रूप में जीवन प्रमाण पत्र लेता है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस-95) के तहत पेंशन पाने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। अब कभी भी और कहीं से भी ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र दे सकते हैं। इसके लिए ईपीएफओ ने मोबाइल एप ‘आधार फेसआरडी’ की सुविधा शुरू की है। गूगल प्ले स्टोर से यह एप्लीकेशन डाउनलोड की जा सकती है।
यह प्रमाण पत्र पेंशनर साल में कभी दे सकता है। पेंशनरों की सुविधा के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण की व्यवस्था की गई है। पेंशनर सीएससी केंद्र, बैंक, ईपीएफओ दफ्तर के साथ ही पोस्ट ऑफिस जाकर या पोस्टमैन के माध्यम से भी जीवन प्रमाण जमा कर सकते हैं। यह डिजिटल आधारित प्रक्रिया है।
इसमें बायोमैट्रिक सत्यापन कर प्रमाण पत्र जारी होता है। लेकिन वृद्धावस्था में कई लोगों के फिंगर प्रिंट मशीन में नहीं आते हैं। इसे देखते हुए आधार आधारित आधार फेसआरडी एप्लिकेशन से सत्यापन की सुविधा दी गई है। इसमें पेंशनर के चेहरे की 360 डिग्री से फोटो ली जाएगी। उसके बाद ऑनलाइन सत्यापन कर जीवन प्रमाण जारी होगा।