लंबे इंतजार के बाद बीते शनिवार को हुई बारिश-बर्फबारी का असर दूसरे दिन भी दिखा। सर्द हवाएं चलने से पहाड़ से लेकर मैदान तक सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ाई जबकि दोपहर बाद बदले मौसम से रात का पारा भी गिर गया। उधर मौसम वैज्ञानिकों ने आज (सोमवार) भी प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है।
बारिश-बर्फबारी के बाद रविवार सुबह मौसम तो खुला लेकिन सर्द हवाओं ने ठंड बनाए रखी। दोपहर के बाद अचानक मौसम में आए बदलाव से ठंड एक बार फिर लौट आई। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 20 फरवरी को एक बार फिर प्रदेश में मौसम बदलने के आसार हैं।
हालांकि इससे पहले मौसम शुष्क रहेगा। रविवार के आंकड़ों पर नजर डाले तो दून में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री इजाफे के साथ 25.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जबकि रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कमी के साथ 8.6 डिग्री रहा। ऐसा ही हाल प्रदेश के अन्य इलाकों में भी रहा।
ग्लेशियरों को रिचार्ज कर गई जाते-जाते की बर्फबारी
भले ही प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी में देरी हुई हो लेकिन बीते शनिवार को हुई बर्फबारी उत्तराखंड के ग्लेशियरों को रिचार्ज कर गई। प्रो. विश्वंभर प्रसाद सती ने कहा, 15 फरवरी को उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में अच्छी बर्फबारी हुई है। इसका सीधा लाभ हमारे ग्लेशियर को मिलेगा।
नदियों का जलस्तर भी बना रहेगा। जिससे आने वाले दिनों में पेयजल जैसी समस्या से भी राहत मिलेगी। कहा, बर्फबारी कम और तापमान बढ़ने से हिमालय में ग्लेशियर के साथ गंगा-यमुना के साथ सहायक नदियों पर भी संकट खड़ा हो गया है। इससे पेयजल समस्या होने के साथ ही फसलों को भी भारी नुकसान होगा। लेकिन हाल में हुई बर्फबारी से बहुत राहत मिलेगी।