रिखणीखाल ब्लॉक के बाघ प्रभावित गांवों के लोगों को बाघ के आतंक से निजात नहीं मिल रही है। मेलधार में लोगों को बाघ नजर आया है। बाघ दिखते ही लोगों ने शोर मचाकर ग्रामीणों को सचेत किया। जिससे बाघ घनी झाड़ियों में छिप गया। उधर, मेलधार से जुड़े डल्ला व लड्वासैंण में शनिवार को बाघ की कोई मूवमेंट नजर नहीं आई है। तोल्यूडांडा के सेरोगाड और आसपास वन विभाग ने ड्रोन उड़ाकर बाघ की मूवमेंट देखने का प्रयास किया, लेकिन कहीं बाघ नहीं दिखा।
मेलधार के प्रधान खुशेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार देर शाम लोगों को मेलधार में बाघ दिखा था। शनिवार को कोई मूवमेंट नहीं नजर आई। वन विभाग की टीम गश्त कर रही है। ट्रैंकुलाइज टीम ने भी लड्वासैंण के पास डेरा डाल दिया है। ग्रामीण तारा सिंह, प्रियंका देवरानी, जगदीश कुमार व राजेंद्र देवरानी ने बताया कि क्षेत्र में बाघ सक्रिय होने से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। ग्रामीण लगातार हमलावर बाघों को आदमखोर घोषित करने की मांग कर रहे हैं।