उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना, अगले दो दिन रहे सतर्क

आगामी 2 दिन यानी 11 व 12 जुलाई को राज्य के अधिकंश जिलों में भारी से भी भारी बारिश होने की संभावना जताते हुए मौसम विभाग ने कुछ जिलों के लिए रेड और कुछ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है तथा शासन-प्रशासन व यात्रियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। बीते दो-तीन दिनों से राज्य में कहीं सामान्य तो कहीं सामान्य से अधिक बारिश हो रही है जिसके कारण राज्य की नदियों तथा नालों खालों में उफान आया हुआ है तथा पहाड़ गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। बीती रात विकासनगर क्षेत्र में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी आवासीय क्षेत्र में घुस गया, लोगों को जब घरों में पानी घुसने का पता चला तो वह अपना सामान और जान बचाने की जद्दोजहद में जुट गए। लोगों को रात में ही अपने घर छोड़कर भागना पड़ा। वही खनन कार्य में लगे एक दर्जन भर मजदूर नदी में फस गए जिन्हें किसी तरह रेस्क्यू कर एसडीआरएफ की टीम ने बचाया।

उधर नैनीताल अल्मोड़ा बॉर्डर पर पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर सड़क पर गिर गया जिसके कारण धूल का गुबार क्षेत्र में छा गया। गनीमत रही कि कोई वाहन इसकी चपेट में नहीं आया, कई घंटे की मशक्कत के बाद इस मार्ग को खोला जा सका। वही उत्तरकाशी में बारिश के कारण भारी तबाही की खबरें सामने आई हैं यहां 5 गांव को जोड़ने वाला सुपिन नदी पर बना लकड़ी का पुल नदी में आए उफान के कारण बह गया और 5 गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया। यही नहीं एक कार चालक द्वारा नदी को पार करने की कोशिश की गई तो उसकी कार भी बह गई स्थानीय लोगों ने बमुश्किल उसकी जान बचाई। हर्षिल घाटी में भारी बारिश के कारण एक पुलिया बह गई। बीते 24 घंटों में चकराता क्षेत्र में 140 एमएम जो सर्वाधिक है बारिश रिकॉर्ड की गई है। उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है वहीं टिहरी झील के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हो रही है।

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