उत्तराखंड के नैनीताल, देहरादून, हरिद्वार सहित कई शहरों में डेंगू का खतरा मंडराने लगा है। चिंता की बात है कि डेंगू केसों में इजाफा हो रहा है। डेंगू, मलेरिया व स्क्रब टाइफस आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। नगर निगम द्वारा फॉगिंग कर डेंगू के लार्वा को नष्ट भी किया जा रहा है, ताकि केसों को बढ़ने से रोका जा सके।
नैनीताल जिले में लालकुआं, वनभूलपुरा और दमुवाढूंगा में डेंगू, मलेरिया और स्क्रब टाइफस का खतरा है। बरसात के मौसम में पनपने वाली बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। बेस और एसटीएच में आने वाले हर डेंगू, मलेरिया व स्क्रब टाइफस मरीज की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को भेजी जा रही है। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने चिह्नित जगहों पर सैंपलिंग व जागरूकता अभियान तेज कर दिया है।
जिले के अलग-अलग हिस्सों से आए चार से पांच मलेरिया पीड़ित मरीजों को बीते दो हफ्ते के भीतर एसटीएच से स्वस्थ कर घर भेजा जा चुका है। इधर, एसटीएच में स्क्रब टाइफस के 6 मरीजों के भर्ती होने व दमुवाढूंगा निवासी और वनभूलपुरा थाने में तैनात पुलिस जवान को डेंगू होने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग ने गतिविधियों को बढ़ा दिया है। विभाग की टीमें लालकुआं, वनभूलपुरा व दमुवाढूंगा में सैंपलिंग कर रही हैं। इसके अलावा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
नगर निगम की संवेदनशील इलाकों में फॉगिंग
नगर निगम ने संवेदनशील इलाकों को प्राथमिकता में लेकर उनमें फॉगिंग शुरू कर दी है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कांडपाल ने बताया कि सभी वार्ड में रोस्टर बनाकर लगातार फॉगिंग की जा रही है। इसके अलावा मच्छर के लार्वा को मारने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। वहीं कर्मचारियों से नालियों की सफाई कराई जा रही है।