सोमवार को घर-घर कान्हा बिराजेंगे। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। बाजार भी सज गए हैं। कान्हा की पोशाक से लेकर झूले तक, शृंगार के सामान से लेकर पालकी तक वे सब वस्तुएं नए रंग और रूप में आई हैं जो यशोदा नंदन को प्रिय हैं।
इस बार पहली कन्हैया राजवाड़ी झूला में झूलेंगे और अमेरिकन डायमंड मुकुट धारण करेंगे। ठाकुर जी की पगड़ी भी खास लुक में आई हैं। मूर्तियों के भी अलग-अलग रूप हैं। कुंदन वर्क की ड्रेस, मथुरा-वृंदावन की हेंडमेड पोशाक भी उपलब्ध है।
मथुरा वृंदावन से हेंडमेड पोशाक खास
हनुमान चौक स्थित पशुपति पूजा ट्रेडर्स के संचालक मनीष गुप्ता ने बताया कि पहली बार बाजार में कान्हा जी के लिए राजवाडी झूला, काउच, हेंगिंग झूला, बेड, पालना, कुंदन वर्क वाली ड्रेस आदि आई है। मथुरा वृंदावन से हेंडमेड पोशाक खास है, जिसकी मांग इस बार सर्वाधिक है।
मेटल व मौजघास के झूले है खास
पीपलमंडी स्थित इंद्रप्रकाश विजय कुमार के संचालक राकेश ने बताया कि मेटल व मौजघास के झूले इस बार उपलब्ध हैं। इसके अलावा मल्टीकलर पालकी, रंग-बिरंगे झूले, लड्डू गोपाल की टोकरी, सिंहासन, भोग बर्तन सेट के अलावा कान्हा की मूर्ति खास है। इस बार मौसम को देखते हुए लोग लड्डू गोपाल के लिए फैब्रिक की पोशाक खूब पसंद कर रहे हैं।
राधे-राधे वाली धोती कुर्ता व मोरपंखी छपाई वाला लहंगा है पसंद
पलटन बाजार स्थित कपड़ों के दुकानदार प्रतीक मैनी ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन घरों में छोटे बच्चों को पहनाने के लिए व विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए पीले रंग के धोती कुर्ता की बिक्री सर्वाधिक हो रही है।
इस बार मैरून रंग के राधे राधे लिखे धोती कुर्ता व राधारानी का मोरपंखी छपाई वाला लहंगा खूब पसंद किया जा रहा है। जीरो साइज से लेकर 12 वर्ष तक के बच्च्चों के लिए कपड़े उपलब्ध हैं। जिनकी कीमत 150 रुपये से शुरू है।