देश में सबसे कम महंगाई वाले राज्यों की सूची में उत्तराखंड तीसरे स्थान पर है। वर्ष 2022 के जनवरी माह में उत्तराखंड में महंगाई की मार कई प्रदेशों से अधिक रही थी। तब शहरी क्षेत्रों में महंगाई की दर 7.62 प्रतिशत हो गई थी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर 6.38 प्रतिशत थी। अब महंगाई की दर 3.61 प्रतिशत रहने से प्रदेशवासियों को राहत मिली है।
उत्तराखंड में महंगाई को नियंत्रित करने के सरकार के प्रयासों को सफलता मिली है। देश में सबसे कम महंगाई वाले राज्यों की सूची में उत्तराखंड तीसरे स्थान पर है। महंगाई की दर 3.61 प्रतिशत रहने से प्रदेशवासियों को राहत मिली है।
देश में कई राज्य ऐसे हैं, जहां पिछले छह महीनों में महंगाई बहुत तेजी से बढ़ी है। केंद्रीय सांख्यिकी विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो उड़ीसा 7.11 दर के साथ सबसे अधिक महंगाई वाला प्रदेश है।
कई प्रदेशों से अधिक थी उत्तराखंड में महंगाई की मार
वर्ष 2022 के जनवरी माह में उत्तराखंड में महंगाई की मार कई प्रदेशों से अधिक रही थी। तब शहरी क्षेत्रों में महंगाई की दर 7.62 प्रतिशत हो गई थी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर 6.38 प्रतिशत थी। पुष्कर सिंह धामी सरकार ने महंगाई को नियंत्रण में रखने के लिए कई कदम उठाए।
परिणामस्वरूप प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई की दर 3.75 प्रतिशत पर आ गई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 182.5 है। इसी प्रकार प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में महंगाई की दर में और अधिक कमी आई।
शहरी क्षेत्रों में गत अप्रैल माह में यह 3.29 प्रतिशत रही। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 185.1 रहा। प्रदेश में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संयुक्त रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 183.5 रहा है।
प्रदेश के बाजारों को रखा बिचौलियों के नियंत्रण से बाहर
प्रदेश में महंगाई दर में कमी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सुशासन के प्रयासों से जोड़कर देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के बाजारों को बिचौलियों के नियंत्रण से बाहर रखा गया। वहीं, स्थानीय उत्पादों को बेहतर विपणन व्यवस्था उपलब्ध कराने से सरकार को महंगाई दर में कमी लाने में सफलता मिली है।