योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि सांस्कृतिक समृद्धि के साथ पूरे विश्व का स्वास्थ्य अनुष्ठान उत्तराखंड से शुरू होगा। इसके लिए 1000 करोड़ रूपए का निवेश किया जायेगा। जिसके बाद पूरा विश्व भारत के कदमों के नीचे रहेगा। कहा कि उत्तराखंड अपने यौवन पर है और सीएम पुष्कर सिंह धामी युवा चेतना के शिखर पर है।
धामी सरकार की जमकर तारीफ करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि उत्तराखंड में विकास कार्यों को गति मिली है। बुधवार को गंगोत्री पहुंचे बाबा रामदेव ने कहा कि आने वाले समय में उत्तराखंड विश्व की सबसे आध्यात्मिक राजधानी बनेगा। जिसका इतिहास उत्तराखंड में लिखना प्ररांभ हो गया है।
उनका कहना था कि मेडिकल टूरिज्म का हब उत्तराखंड बनने जा रहा है। हिमालय के रक्तवन ग्लेशियर क्षेत्र में भौगोलिक औषधीय पादप की खोज में निकले पतंजलि आयुर्वेद, हरिद्वार और निम के संयुक्त अन्वेषण अभियान दल को बुधवार को गंगोत्री से गोमुख के लिए रवाना किया गया।
योग गुरु रामदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड आध्यात्म एवं सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। उत्तराखंड दुनिया का आयुर्वेद के क्षेत्र में नेतृत्व करें, इसके लिए पतंजलि, सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा युवा राज्य का विकास युवा मुख्यमंत्री से ही संभव हो सकता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की पतंजलि आयुर्वेद, निम एवं आईएमएफ का संयुक्त ट्रैकिंग अभियान उत्तराखंड राज्य एवं भारतवर्ष के लिए मील का पत्थर साबित होगा, इस ट्रैक के माध्यम से आयुर्वेद, जड़ी बूटी एवं वनस्पतियां औषधियों के नए रुप सामने आएंगे। यह अभियान आयुर्वेद, जड़ी बूटी में क्षेत्र में भी सहायता करेगा।
उन्होंने कहा भारत ने संपूर्ण विश्व को योग एवं आयुर्वेद कि उपयोगिता को बताया है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि हम उत्तराखंड को विश्व की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राजधानी बनाएंगे, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने केदार की भूमि से 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया, जिस संकल्प को पूर्ण करने हेतु हम दिन-रात प्रयासरत हैं।
इस बार चार धाम यात्रा में अभी तक 32 लाख ( रजिस्टर्ड ) श्रद्धालुओं ने यात्रा की है, मां गंगा एवं बाबा केदार के आशीर्वाद से यात्रा सुगम एवं सुरक्षित चल रही है। कावड़ यात्रा के दौरान करीब 4 करोड कावड़िए शिव भक्त उत्तराखंड आए। पहली बार हमारी सरकार ने कावड़ यात्रा में बजट का प्रावधान किया।