मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय उत्पादों की मांग के सापेक्ष उनकी पूर्ण उपलब्धता हो, इस दिशा में प्रयास किये जाए। इसके अधीन संचालित योजनाओं के माध्यम से राज्य में अधिक से अधिक लोग स्वरोजगार से जुड़ सकें, इसके लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि विभागीय योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचे। इस संबंध में सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के सबंध में गठित राज्य स्तरीय मार्गदर्शक समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत एवं सौरभ बहुगुणा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सहकारिताओं के सर्वांगीण विकास, ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन को रोकने, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन एवं किसानों की आय बढ़ाने के लिए सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना हेतु स्वीकृत धनराशि का बेहतर उपयोग हो, इस दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए। राज्य में वोकल फॉर लोकल को तेजी से बढ़ावा दिया जाए। स्थानीय एवं डेयरी उत्पादों की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस क्षेत्र में जिन उत्पादों का उत्पादन अधिक हो सकता है, इसका आंकलन कर लोगों को ऐसे उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित भी किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि विभिन्न योजनाओं के लिए आम जन को ऋण आसानी से उपलब्ध हो। किसानों और पशुपालकों को ऐसे उत्पादों के प्रति जागरूक किया जाए, जिनके उत्पादन से वे अधिक लाभ प्राप्त कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैठक हर 06 माह में आयोजित की जाए।