भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया गया है। भाकियू से जुड़े किसान खेतों पर नहीं जाएंगे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि वहीं एमएसपी पर गारंटी कानून को लेकर दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर पर किसानों की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है। 17 फरवरी को सिसौली में होने वाली महापंचायत में भाकियू की ओर से भी इसे लेकर रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने यह जानकारी बृहस्पतिवार को कंकरखेड़ा स्थित जिलाध्यक्ष भाकियू अनुराग चौधरी के आवास पर पत्रकारवार्ता में दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार आसानी से किसानों की मांग नहीं मानने वाली। इसके लिए देशभर के किसानों को एकजुट होकर आंदोलन करना पड़ेगा। उन्होंने यहां से भी अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं से मासिक पंचायत में पहुंचने का आह्वान किया।
इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आज होने वाले ग्रामीण भारत बंद को सफल बनाने के लिए कहा। इस मौके पर बबलू, हर्ष चहल, अंकुर, मोनू, विपुल, राजा, हरेंद्र आदि मौजूद रहे।
भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि किसान लॉकडाउन के लिए संगठन ने पूरी तैयारी कर ली है। जिले में ब्लॉक स्तर पर अलग-अलग प्वाइंट बनाकर रणनीति तैयार की गई है। बुढ़ाना ब्लॉक में दो प्वाइंट बनाए गए हैं। किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं। समस्याओं का समाधान निकालना बेहद जरूरी है। खेती वर्तमान में किसानों के लिए घाटे का सौदा है। सरकार ने आय दोगुनी करने की बात कही थी, लेकिन किसान की आय घट गई है। किसान सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक धरना-प्रदर्शन करेंगे।
विभिन्न मांगों को लेकर संघर्षरत संयुक्त किसान मोर्चा दोबारा आंदोलन को तेज करने की कवायद में जुट गया है। मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों ने शुक्रवार को भारत बंद करने का आह्वान किया है। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय सचिव चौधरी विनय कुमार ने बताया कि किसानों से एक दिन के लिए अपने कार्यों से विरत रहने की अपील की गई है। उनसे कहा गया कि वे शुक्रवार को चीनी मिलों में गन्ना आपूर्ति न करें, साथ ही एक दिन के लिए अपने खेतों के काम भी न करें। शहरों में दूध आपूर्ति करने वाले किसान इसे एक दिन के लिए रोक दें। किसान परिवार के जिन लोगों ने दुकानें कर रखी हैं वे उसे बंद रखें। उन्होंने बताया कि आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार करने के लिए 17 फरवरी को सिसौली में होने वाली किसान पंचायत में निर्णय लिया जाएगा। जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से किए वादों को जल्द पूरा करे। ऐसा नहीं हुआ तो किसानों को आंदोलन तेज करना पड़ेगा।
वहीं, भाकियू के पश्चिम प्रदेश महासचिव कपिल खाटियान का कहना है कि मेरठ-करनाल हाईवे पर गाड़ी वाला चौराहे पर शुक्रवार को धरना दिया जाएगा। साथ ही मार्ग भी जाम किया जाएगा। हालांकि लोगों को परेशानी नहीं हो, इसका भी ध्यान रखा जाएगा।