मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की दूसरी बोर्ड बैठक हुई। बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि राज्य में शत-प्रतिशत पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं उनके आयुष्मान कार्ड वोटर आईडी, आधार कार्ड या अन्य दस्तावेजों के आधार पर बनाए जाएं। ताकि ज्यादा से ज्यादा पात्रों को आयुष्मान योजना का लाभ मिलना चाहिए।
राज्य में राशन कार्ड न होने की वजह से जिन लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन रहे हैं उनके कार्ड अब आधार और वोटर आईडी के जरिए बनाए जाएंगे। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने अधिकारियों को को यह निर्देश दिए हैं। आयुष्मान योजना तक लोगों की पहुंच आसान बनाने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है। इससे उन लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाने में आसानी होगी जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं।
राज्य में करीब पांच लाख लोग ऐसे हैं, जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है। इसका कारण यह है कि इनके नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के डेटा में नहीं हैं। जबकि बाद में बने इनके राशन कार्ड के आधार पर आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। मुख्य सचिव के निर्देश से इन लोगों को राहत मिलेगी। अब ये अपने आधार कार्ड का प्रयोग कर आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत इलाज के बदले फर्जी बिल लगाने वाले अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ऐसे अस्पतालों पर लगातार जुर्माना लगाया जाए और इन अस्पतालों की सूचीबद्धता भी समाप्त की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में अस्पतालों को बढ़ावा देने के लिए पॉलिसी तैयार की जाए।