मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे में छह जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। भारी बारिश के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के लिहाज से बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। उधर, डीएम ने राजधानी दून में आपदा प्रबंधन से जुड़े तमाम विभागों के अफसरों के साथ ही सभी एसडीएम को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने एसडीएम को निर्देशित किया कि वे अपने अपने इलाकों में सक्रिय रहेंगे।
निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से अगले 24 घंटे में देहरादून, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में बहुत भारी बारिश की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है।
वहीं, रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते गंगोत्री हाईवे हेल्गू गाड़ के समीप बीते बुधवार शाम को बंद हो गया था। यहां पहाड़ी से बोल्डर व मलबा लगातार गिर रहा था। दो दिन बाद शुक्रवार सुबह हाईवे को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया था लेकिन शनिवार सुबह फिर बोल्डर व मलबा गिरने से उक्त स्थान पर हाईवे बंद हो गया। आज भी हाईवे बंद है। उधर, यमुनोत्री हाईवे भी डाबरकोट के पास मलबा आने के कारण बंद हो गया है। यात्रियों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर रुकवाया गया हैं।
पिथौरागढ़ में लगातार 10 घंटे से बारिश जारी है। इसके चलते घाट-पिथौरागढ़ मोटर मार्ग घाट चौकी से एक किमी पिथौरागढ़ की तरफ बंद हो गया है। दिल्ली बैंड के पास भी पत्थर गिरने लगे हैं। गुरना के समीप भी मलबा आने की सूचना है। वहीं, घाट की ओर जा रहे वाहन भी फंसे हैं।
पनार -अल्मोड़ा मोटर मार्ग ध्याड़ी(अल्मोड़ा) के पास मलबा आने से बंद है। हल्द्वानी से आ रहे समाचार पत्रों के वाहनों सहित यात्री वाहन भी रास्ते में फंसे होने की सूचना है। वहीं, स्वांला के पास मलबा आने से टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे भी बंद हो गया है।