मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की नंदा-गौरा योजना के अंतर्गत लाभार्थी 107609 बालिकाओं के बैंक खातों में 358.3 करोड़ रुपये की धनराशि डिजिटल माध्यम से हस्तांतरित की। इसके अलावा मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के लाभार्थियों को भी दो माह की सहायता राशि के रूप में उनके खातों में 3.58 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए।
नंदा गौरा योजना में ये हैं प्रविधान
- 11 हजार की धनराशि दी जाती है बालिका के जन्म पर।
- 51 हजार रुपये 12वीं पास करने पर दिए जाते हैं प्रति लाभार्थी।
- वात्सल्य योजना में नियमित मिल रही सहायता राशि
कोविड काल में कोविड समेत अन्य बीमारियों के कारण माता-पिता, संरक्षक, अभिभावक खो चुके बच्चों के लिए प्रारंभ की गई मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना में शामिल बच्चों को नियमित रूप से सहायता राशि सरकार दे रही है। योजना में 21 वर्ष की आयु तक तीन हजार रुपये प्रतिमाह देने का प्रविधान है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में इस योजना में शामिल 5981 बच्चों को जनवरी माह की 1.79 करोड़ और 5956 बच्चों को फरवरी माह की सहायता राशि के रूप में 1.78 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। इस अवसर पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, अपर सचिव प्रशांत आर्य समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बालिका प्रोत्साहन को सरकार गंभीर
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा व प्रोत्साहन के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। नंदा-गौरा योजना में अब तक की सभी लाभार्थियों को किया गया भुगतान इसका उदाहरण है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रति आभार जताया। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों के साथ सरकार सदैव खड़ी हैं।