शरद नवरात्र का पावन पर्व 26 सितंबर से शुरू हो रहा है। इस वर्ष पूरे नौ दिन नवरात्र रहेंगे। शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से 5 अक्तूबर तक रहेंगे। नवरात्र शुक्र बुधादित्य योग में शुरू होंगे। वहीं नवरात्र पर बृहस्पति का केंद्र योग भी बन रहा है।
ज्योतिषाचार्य पं. सुशांत राज के मुताबिक आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं। इस नवरात्र पर मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी और इसी पर विदा होंगी। बताया कि 26 सितंबर सोमवार को पहले नवरात्र पर कई योग पड़ रहे हैं। जिनमें हस्त नक्षत्र, शुक्ल योग, किंस्तुघ्न करण बेहद शुभ संयोग बना रहे हैं। नवरात्र कन्या राशि के चंद्रमा की साक्षी में रहेंगे।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इन योगों के साथ नौ दिनों तक सच्चे मन से माता रानी की पूजा अर्चना करने से मुरादें पूरी होती है। ज्योतिष शास्त्र ने अनुसार इस बार शुक्र बुधादित्य योग बन रहा है। यह योग कन्या राशि में बनने जा रहा है जो शुक्र के नीचत्व को समाप्त कर देगा। जिसके बाद इस योग में पूजा अर्चना करने से आपकी मनोकामना पूरी होगी। ज्योतिषीय गणना में सूर्य, बुध, शुक्र की युति श्रेष्ठ मानी जाती है। यह जीवन में सुख-संपत्ति और समृद्धि लाती है।