बिगड़े मौसम से गिरा तापमान, पहाड़ से मैदान तक बढ़ी ठंड, आज भी बारिश के आसार

फरवरी में चार दिन के अंतराल में मौसम बिगड़ा तो एक बार फिर उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड लौट आई। गुरुवार को ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी तो मैदानों में हुई रुक-रुककर बारिश से दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, रात का न्यूनतम तापमान सामान्य रहा तो थोड़ी राहत मिली।

वहीं, प्रदेश के पर्वतीय जिलों में आज भी हल्की बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। हालांकि, अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। आने वाले दिनों की बात करें तो 22 फरवरी से प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। मैदान से लेकर पहाड़ तक आसमान खुलने से ठंड से राहत मिलेगी।

औली में एक, बदरीनाथ में दो फीट तक जमी बर्फ

चमोली जिले में बृहस्पतिवार को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। औली से लेकर बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, नीती व माणा घाटी से लेकर अन्य ऊंचाई वाली चोटियां बर्फ से लकदक हो गई हैं। औली में एक फीट तो बदरीनाथ में दो फीट तक ताजी बर्फ जमी है। हेमकुंड साहिब में लगभग तीन फीट ताजी बर्फ जमी। वहीं निचले इलाकों में बारिश से पूरे जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

पिछले कुछ दिनों से लगातार चटख धूप खिलने से जिले की अधिकांश चोटियां बर्फ विहीन हो गई थीं। औली में पड़ी बर्फ पिघल चुकी थी लेकिन बृहस्पतिवार सुबह ही मौसम ने करवट ली और बर्फबारी शुरू हो गई। वहीं नीती घाटी, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, निजमुला घाटी, रुद्रनाथ, मंडल सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फ गिरी। देर शाम तक बर्फबारी होती रही। वहीं निचले इलाकों में हल्की बारिश हुई। ठंड के कारण बाजारों में चहल पहल भी काफी कम नजर आई।

केदारनाथ धाम में डेढ़ फीट से अधिक बर्फ गिरी

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में सुबह से ही हल्की बर्फबारी शुरू हो गई थी जो दिन चढ़ने के साथ तेज होती गई। यहां तैनात पुलिस कार्मिकों के अनुसार, धाम में लगभग डेढ़ फीट तक ताजी बर्फ गिरी है। मंदिर परिसर, मंदिर मार्ग से लेकर अन्य स्थानों पर डेढ़ से पौने दो फीट तक बर्फ जमा हो चुकी है। वहीं, केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग पर भीमबली तक बर्फ गिरी है। उधर, द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई है। वहीं जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से लेकर निचले इलाकों में बारिश हुई है। लंबे समय बाद हुई बारिश से काश्तकारों ने कुछ राहत की सांस ली है मगर यह खेती के लिए नाकाफी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.