मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश में आज देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर तथा पिथौड़ागढ़ जनपदों में भारी वर्षा के आसार हैं। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ बौछार पड़ सकती हैं।
उत्तराखंड में वर्षा का क्रम बना हुआ है। पिछले दो दिन से ज्यादातर क्षेत्रों में रुक-रुककर तीव्र बौछारें पड़ रही हैं। भारी वर्षा के कारण नदी-नालों में उफान है और पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण जनजीवन प्रभावित है। वहीं मौसम विभाग की ओर से आज देहरादून समेत सात जिलों में भारी वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
रविवार को दून में सुबह से ही कई क्षेत्रों में रिमझिम वर्षा होती रही। इसके बाद शहरी क्षेत्रों में कहीं-कहीं धूप भी खिली। दिनभर धूप व बादलों की आंख-मिचौनी के बीच तीव्र बौछारों के कई दौर हुए।
सहस्रधारा, मालदेवता, पुरकल, गुनियाल गांव, मोहकमपुर आदि क्षेत्रों में भारी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, 10 अगस्त तक प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम का मिजाज इसी तरह का बना रहेगा। अगले दो दिन तक प्रदेश में कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछार पड़ सकती हैं।
गौरीकुंड में लापता 20 लोगों की तलाश में आज भी अभियान रहेगा जारी
गौरीकुंड भूस्खलन हादसे में लापता 20 लोगों की तलाश जारी है। तीन दिन बीत जाने के बाद भी भूस्खलन के मलबे में दबे 20 लोगों का पता नहीं चल पाया है। बीते शुक्रवार को मलबे की चपेट में 23 लोग आ गए थे, जिसमें तीन के शव बरामद कर लिए गए।
आज भी लापता लोगों की तलाश में अभियान जारी रहेगा। अभी तक 62 सदस्यीय रेस्क्यू टीम 40 किलोमीटर तक खोज अभियान चला चुकी है। लापता लोगों के मंदाकिनी नदी में बहने की आशंका है।