मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराएंगे। इस जघन्य व घृणित अपराध करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। शनिवार को कैंप आफिस में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है, हमारी बेटी के साथ जिस प्रकार का जघन्य अपराध हुआ है वह वास्तव में घृणित कृत्य है।
इस घटना में जो संलिप्त हैं, उनके खिलाफ कड़ी कारवाई हो रही है। अब तक तीन आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। उन्होंने कहा जिस रिजोर्ट में यह साजिश रची गई, उस पर भी ध्वस्तीकरण की कार्यवाही चल रही है। वहीं, पुलिस से भी फोरेंसिंक जांच भी जल्दी मांगी गई है। इस घटना में आरोपित के भाई को ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष पद से तत्काल हटा दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पूर्व दर्जाधारी और उनके बेटे को भी पार्टी से निकाल दिया है। धामी ने कहा कि इस हत्याकांड के सभी आरोपियों पर कड़ी कारवाई हो। इसके लिए डीआईजी रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की है। दूध का दूध व पानी का पानी हो, इसके लिए हर पहलु को जांच के दायरे में शामिल करने के निर्देश दिए हैं।
कहा कि हमारी बेटी व बहनों और उत्तराखंड की मातृशक्ति के साथ इस प्रकार का व्यवहार कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपियों को जल्द सजा दिलाने के लिए सरकार इसकी सुनवाई फास्ट ट्रेक पर ले जाने का काम करेगी।उन्होंने कहा कि मुख्य सेवक होने के नाते इस घटना को लेकर जो भी कारवाई करनी है, वे तत्काल कर रहे रहे हैं, किसी को कतई संशय नहीं होना चाहिए।
सरकार, संगठन और प्रशासन के स्तर पर पूरी कारवाई होगी। जितने भी इस तरह के अपराधिक तत्व हैं और जो सरकारी व वन भूमि पर कब्जा कर अवैध रिजोर्ट बने हैं, जिलाधिकारियों को इसकी जांच करा कर दोषियों के विरुदध कठोर कारवाई करने को कहा गया है। सीएम धामी ने सख्ती से कहा कि अंकिता हत्याकांड में किसी भी दोषी को बख्या नहीं जाएगा।